छोड़कर सामग्री पर जाएँ
होम » आयुर्वेद ज्ञान » एलोवेरा के फायदे: एलोवेरा जेल के फायदे और नुकसान

एलोवेरा के फायदे: एलोवेरा जेल के फायदे और नुकसान

Aloe vera benefits

एलोवेरा क्या है ? What is Aloe vera in hindi

एलोवेरा एक मांसल आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है, जिसे कुमारी या घृतकुमारी के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की व्याधियों को दूर करने के लिए प्राचीन काल से इसका महत्व है। जैसे – ज्वरनाशक (fever) , शोथ नाशक (anti inflammatory), रक्त विकार तथा चर्म रोगों (skin disorders) में इसका प्रयोग करते हैं।

एलोवेरा एक उत्तम रक्तशोधक है, जिसका उपयोग आयुर्वेद में कफ तथा पित्त दोषज विकारों में किया जाता है। सामान्य तौर पर एलोवेरा का उपयोग त्वचा पर लगाने के लिए किया जाता है। परिणामस्वरूप यह छोटे घाव, मामूली जलन, कील मुंहासे आदि को दूर करता है।

Advertisement

एलोवेरा का पौधा लगभग 1 से 2 फीट ऊंचा होता है जिसकी पत्तियां 15 इंच लंबी तथा 4 इंच चौड़ी होती है, तथा शीतकाल के अंत में इसमें पुष्प खिलते हैं।

एलोवेरा मैं लगभग 96% तक पानी होता है । इसकी पत्तियों के अंदर एक अर्ध तरल पदार्थ होता है जिसमें विटामिन ए, बी, सी, ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। एलोवेरा को आमतौर पर त्वचा में लगाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

Aloe vera (घृत कुमारी)
वानस्पतिक नामAloe vera
कुलरसोन या (लिलिएसी कुल)
गुण
रसतीखा
गुणगुरु (शरीर को स्निग्ध करता है वह भारीपन लाता है)
वीर्यशीत
विपाकपचने के पश्चात प्रभाव में कड़वा।
त्रिदोष पर प्रभावकफ व पित्त दोष को शांत करता है।
सामान्य नाम
संस्कृतकुमारी अथवा घृतकुमारी
हिन्दीघृतकुमारी, ग्वारपाठा, ढेकवार
अंग्रेजीइंडियन एलोय (Indian Aloe)

उत्पत्ति स्थान—

एलोवेरा का मूल उत्पत्ति स्थान उत्तरी अफ्रीका तथा स्पेन है, जहां से यह भारत चीन आदि देशों में फैला है। सामान्यतः यह उष्णकटिबंधीय व शुष्क जलवायु वाले स्थानों पर पाया जाता है। भारत में यह सभी जगहों पर पाया जाता है, पहले अफ्रीका से इसका आयात होता था लेकिन अब बंद हो गया है।

रसायनिक संघटन Chemical composition of Aloe vera

आलोवेरा में aloin नामक glucoside समूह होता है, जिसके यह अपनी क्रिया करता है। aloin का मुख्य घटक barbaloin होता है जोकि हल्के पीले रंग का glucoside होता है।

Advertisement

एलोवेरा के फायदे, Aloe vera Benefits in hindi

एलोवेरा के क्या फायदे हैं

त्वचा के लिए एलोवेरा के फायदे, Aloe vera benefits for skin in Hindi

एलोवेरा के उपयोग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आमतौर पर यह सूखी त्वचा, मामूली जलन, धूप की कालिमा, पिंपल्स, झुर्रियों जैसी त्वचा की स्थिति से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एंटी-एजिंग और एंटी-रिंकल गुण होते हें जिससे यह उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करता है। एलोवेरा त्वचा को चिकना और चमकदार बनाने में मदद करता है।

त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने के लिए एलोवेरा जेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है। एक आधुनिक अध्ययन भी त्वचा की देखभाल में एलोवेरा के उपयोग का समर्थन करता है1Surjushe A, Vasani R, Saple DG. Aloe vera: a short reviewIndian J Dermatol. 2008;53(4):163-166. doi:10.4103/0019-5154.44785

मामूली घाव के लिए एलोवेरा के फायदे, Aloe vera benefits for the small wound in Hindi

छोटे घाव को भरने के लिए एलोवेरा का उपयोग सामान्य तौर पर किया जा सकता है। यह रोगाणु रोधी तथा दर्द कम करने में सहायक है, एलोवेरा को आयुर्वेद में व्रणरोपक (घाव को भरने वाला) कहा गया है।

एलोवेरा जूस के फायदे और नुकसान

एलोवेरा जूस आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है। यह रक्त को शुद्ध करता है तथा लिवर किडनी को पोषण देता है। एलोवेरा जूस एक उत्तम कब्ज नाशक है, जो चिरकारी कब्ज को दूर करने में सहायक है। एलोवेरा जूस को हर दिन लिया जा सकता है, यह स्पर्म काउंट को भी बढ़ाता है। एलोवेरा जूस हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे हमे रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है ।

मधुमेह में एलोवेरा के फायदे, Aloe vera benefits for diabetes in Hindi

एलोवेरा में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं जो चिकित्सकीय रूप से भी सिद्ध हैं2Bunyapraphatsara N, Yongchaiyudha S, Rungpitarangsi V, Chokechaijaroenporn O. Antidiabetic activity of Aloe vera L. juice II. Clinical trial in diabetes mellitus patients in combination with glibenclamide. Phytomedicine. 1996;3(3):245-248. doi:10.1016/S0944-7113(96)80061-4। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो आपकी रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। एक मधुमेह रोगी को हमेशा हृदय रोग का खतरा होता है और उसे एंटी-ऑक्सीडेंट की आवश्यकता होती है। इसलिए, मधुमेह में एलोवेरा एक बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है। एलोवेरा का उपयोग अन्य एंटी-डाइबिटिक दवाओं के साथ भी किया जा सकता है।

अपच मे एलोवेरा के फायदे, Aloe vera benefits for digestion in Hindi

एलोवेरा हमारी जठराग्नि को बढ़ाता है, तथा भोजन को पचाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त यह कब्ज को दूर करने में मदद करता है। गंभीर कब्ज के इलाज के लिए घृतकुमारी के काढ़े का उपयोग किया जा सकता है।

Advertisement

एलोवेरा जेल के फायदे, Medicinal Use of aloe vera in Hindi

  • एलोवेरा का उपयोग आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की व्याधियों के लिए बताया गया है, इसे दीपन तथा पाचन कहा गया है जिसका अर्थ है- यह जठराग्नि को बढ़ाता है, तथा भोजन को पचाने में मदद करता है।
  • इसका उपयोग बुखार में किया जाता है, जो कि शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है।
  • एलोवेरा कफ तथा पित्त दोष से उत्पन्न बीमारी को शांत करता है। यह जठराग्नि को बढ़ाता है, वृष्य ( स्पर्म काउंट को बढ़ाता है), सूजन कम करने में मदद करता है तथा पेट दर्द से भी राहत देता है।
  • यह पीरियड्स (मासिक धर्म) को नियमित करने में मदद करता है, गर्भाशय की मांसपेशियों को उत्तेजित कर गर्भाशय के रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है।
  • एलोवेरा रक्त विकार तथा त्वचा विकारों में उपयोग किया जाता है, इनके अतिरिक्त एलोवेरा प्लीहा वृद्धि (इसमे किडनी का आकार सामान्य से बड़ा हो जाता है) , यकृत वृद्धि (जिसमें लीवर का आकार सामान्य से बड़ा हो जाता है) ,मैं एलोवेरा का औषधीय उपयोग है।
  • इनके अतिरिक्त एलोवेरा रक्तस्राव जेसी समस्या ,अपच, व चिरकारी कब्ज को दूर करने में उपयोगी है।

एलोवेरा और इसके कई सोंदर्य प्रसाधन औषधीय उत्पाद ऑनलाइन खरीदने के लिए उपलब्ध हैं।

  • इसे भी पढ़ें: गिलोय और एलोवेरा के फायदे

एलोवेरा के नुकसान, Aloe vera Side effects in hindi

चेहरे पर एलोवेरा लगाने के नुकसान

  • सामान्य तौर पर त्वचा में उपयोग करने से एलोवेरा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन एलोवेरा को अधिक मात्रा में मौखिक सेवन करने से यह डायरिया, पाइल्स तथा ऐंठन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
  • घृतकुमारी के काढ़े का उपयोग गंभीर कब्ज के इलाज के लिए किया जा सकता है लेकिन बवासीर विकार वाले लोगों को एलोवेरा के प्रयोग से बचना चाहिए, अन्यथा इससे रक्तस्राव हो सकता है।
  • एलोवेरा को छोटे घाव पर लगाया जा सकता है, लेकिन गहरे घाव पर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • एक आधुनिक अध्ययन स्तनपान और गर्भावस्था में एलोवेरा का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को द्वारा इसके सेवन बचना चाहिए।
  • एलोवेरा के अत्यधिक मौखिक से पेट में जलन हो सकती है।
  • यदि आप नियमित रूप से कोई दवा का सेवन कर रहे हैं, तो आपको एलोवेरा सप्लीमेंट्स से के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि वे दवाइयां एलोवेरा सप्लीमेंट्स के साथ रिएक्शन कर सकती है। सप्लीमेंट्स से सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें ।
  • बच्चों को एलोवेरा सप्लीमेंट के मौखिक सेवन से बचना चाहिए।

एलोवेरा का सेवन कैसे करें, How to use Aloe vera in hindi

  • एलोवेरा जेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है, यह त्वचा में नमी लाकर सूखी त्वचा को दूर करता है।
  • छोटे घावों, या कीट के काटने पर पर एलोवेरा जेल को सीधे लगाया जा सकता है, यह घाव को ठीक करने में मदद करता है।
  • सूखी त्वचा को दूर करने के लिए एलोवेरा जेल , चुटकी भर हल्दी, एक चम्मच शहद, एक चम्मच गाय का दूध, इन सभी को मिलाकर त्वचा पर लगाने से रूखी त्वचा दूर हो जाती है।
  • हाथ के जलने पर तथा धूप के कालेपन को दूर करने के लिए एलोवेरा जेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है।

एलोवेरा की आयुर्वेदिक औषधियां, Aloe vera Ayurvedic Medicines

  1. कुमार्यासव
  2. कुमारीका वटी
  3. रज: प्रवर्तनी वटी, अनियमित मासिक धर्म (पीरियड्स ) के लिए उपियोगी ।
  4. कुमारी पानक
  • एलोवेरा जूस 10 से 20 ग्राम
  • एलोवेरा चूर्ण 0.1 से 0.3 ग्राम
Advertisement

मुझे उम्मीद है एलोवेरा के फायदों के बारे में यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। इस विषय से संबंधित आपके सुझाव और प्रश्न के लिए, मुझे टिप्पणी अनुभाग में बताएं अगर आप इस जानकारी से संतुष्ट हें, तो लेख को शेयर जरूर करें ताकि दूसरों तक भी जानकारी पहुँच सके।

References

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *